आप इस विधि को जानकर विभिन्न फलों से जैली बनायें
अमरुद की जैली –
- अमरुद के ठीक अवस्था में पके हुए फल लेकर धो लीजिए I
- बिने छिले ही स्टील की चाकू से छोटे – छोटे टुकड़ों में काट लीजिए I
- टुकड़ों को अल्यूमिनियम या स्टेनलेस स्टील के भगोने में लेकर इनके भार के सवागुना तक पानी मिला लें ताकि ये पानी ढक जाय I
- भगोने को आग पर पकने के लिए रख दीजिए I उबल जाने पर आग धीमी कर दीजिए तथा उसे 30 – 40 मिनट तक पकाइए I उस अवधि में फल में उपस्थित पेक्टिन घुलकर पानी में आ जाएगी I
- अब इसे मलमल के कपड़े में छान लीजिए I छानते समय उसे दबाना नहीं चाहिए, अन्यथा गूदा रस में आ जाएगा I कपड़े को टांग दीजिए ताकि रस स्वयं ही टपककर निकल जाय I
- ऊपर बताई गई विधि से रस में पेक्टिन की जाँच कर लीजिए I अमरुद में प्रायः उतम किस्म का पेक्टिन रहता है I
- रस को नाप लीजिए तथा पेक्टिन की जाँच के अनुसार रस में चीनी मिलाकर भगोने को आग पर रख दीजिए I उसे चम्मच से चलाते रहिए तथा चीनी के घुल जाने पर इसे कपड़े से छान लीजिए ताकि चीनी की गंदगी दूर हो जाय I
- इसे बार – बार चम्मच से चलाना आवश्यक नहीं है I इसके मैल को जैली तैयार हो जाने पर एक ही बार में निकाल दें I
- लगभग 15 मिनट पकाने के बाद प्रति किलोग्राम चीनी पर 5 से 7 ग्राम साइट्रिक एसिड मिला दीजिए I जहाँ साइट्रिक एसिड उपलब्द न हो वहाँ निम्बू का रस भी प्रयोग में लाया जा सकता है I प्रायः एक कागजी निम्बू का रस 1 ग्राम साइट्रिक एसिड के बराबर होता है I अब लगभग पाँच मिनट पकने के बाद जैली के तैयार होने की जाँच पहले बताई गई विधियों से कर लीजिए I
- ठण्डी हो जाने पर जम जायेगी I जब मोम पिघलाकर डाल दीजिए तथा ढक्कन लगाकर ठण्डे स्थान पर रखिए I