अदरक का मुरब्बा बनाने से पहले हम अदरक के विषय में कुछ बताना चाहेंगे I अदरक एक बहुउपयोगी तना है, जो स्वास्थ्य की दृष्टी से जीवन के लिए प्रकृति का दिया हुआ वरदान है । हम सभी अदरक का विभिन्न प्रकार से उपयोग करते है I
विभिन्न प्रकार से अदरक का उपयोग:-
- सूखे हुए अदरक को “सौंठ (शुष्ठी)” कहते हैं, जिसे हम मसाले एवं दवाओं के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
- अदरक को नमक के साथ संरक्षित कर “अदरक का आचार” के रूप में भीइसका इस्तेमाल करते हैंI
- मीठा पसंद करनेवाले लोग “अदरक का मुरब्बा” के रूप में भी इसका इस्तेमाल करते हैं I
अदरक स्वास्थ्य एवं स्वाद की दृष्टी से उपयोगी होने के कारण, “अदरक का मुरब्बा” के रूप मेंउपयोग बहुत ही प्रचुर मात्रा में होता हैI आप निम्नलिखित प्रक्रिया के माध्यम से अदरक का मुरब्बा बनायें तथा घर में उपयोग करने के साथ-साथ इसे आस-पास के लोगों को बेंच कर लघुउद्योग के द्वारा स्वालंबी बन सकते हैं I अदरक के मुरब्बा को अपने घर में औषधी के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं I
अदरक का मुरब्बा बनाने की विधि:-
बनाने की सामग्री :
- अदरक 1 किलोग्राम
- चीनी – 1.5 किलोग्राम ( आवयश्कता के अनुसार )
अदरक की तैयारी :
मुरब्बा बनाने के लिए मुलायम तथा कम रेशे वाली अदरख छाँट लीजिए I इसे चाकू से खुरचकर पानी में कई बार धो लीजिए I
अदरक को गोदना :
अदरक का मुरब्बा बनाने के लिए गोदना एक महत्वपूर्ण क्रिया है I अदरक को स्टील के काँटे या बाँस की तीली से गोदना चाहिए I गोदाई अच्छे से हो जानी चाहिए तथा फल इतना भी नहीं गोदना चाहिए कि वह फट जाय I यदि फल ठीक से नहीं गोदा जायेगा तो मुरब्बा उतम किस्म का नहीं हो पायेगा I अच्छी तरह गोदे हुए फल में चीनी का गाढ़ा घोल प्रवेश कर जाता है जिससे फरमेंटेशन नहीं होता I
अदरक को पकाना :
अदरक चुकी कड़ा होता है इसलिए, अदरक को प्रेसरकुकर में पकाइए जिससे अदरक मुलायम हो जाये I
फलों को चीनी के तहों एवं चासनी में रखना :
सर्व प्रथम अदरक को पकाने के तुरंत बाद एक अल्युमिनियम या स्टील के भगोने में चीनी की एक तह बिछानी चाहिए I उसके बाद उसके ऊपर फलों की एक तह लगानी चाहिए I फलों के ऊपर चीनी की एक तह लगानी चाहिए I इस तरह फलों को चीनी के तहों के बीच 24 घंटे के लिए रख देना चाहिए I
दुसरे दिन अधिकांश चीनी पिघल जाएगी I अब फलों को बाहर निकालकर चासनी को पका लेना चाहिए I एक उबाल आ जाने पर प्रति किलोग्राम चीनी में 2 – 3 ग्राम साइट्रिक एसिड मिला देना चाहिए I चासनी को छानकर फलों को फिर गरम चासनी में डालकर 24 घंटे के लिए रख देना चाहिएI
तीसरे दिन फलों को चासनी से निकालकर चासनी को इतना पकाइए कि चीनी कि मात्रा 70 – 72 प्रतिशत हो जाय I ऐसी अवस्था में फलों को फिर गरम चासनी में डाल देना चाहिए I
आठ – दस दिन बाद फलों को चासनी से निकालकर चासनी को पाँच मिनट फिर पका लेना चाहिए क्योंकि इस अवधि में परासरण की क्रिया से चासनी पतली हो जाती है तथा चीनी की मात्रा कम होने की संभावना रहती है I
इस विधि से बनाया हुआ मुरब्बा अधिक चमकदार तथा आकर्षक लगता है इसलिए मुरब्बा बनाने की यह सर्योतम विधि है I
जार में भरना : – जब मुरब्बा ठण्डा हो जाय तो बड़े मुँह के बर्तन में भरना चाहिए I फल चासनी में दुबे रहना चाहिए I जार में ढक्कन लगाकर मोम से सील बंद कर देना चाहिए I
कृपया ध्यान दें:-
सफलता आप के प्रयास में छुपी होती है I आप को अदरक का मुरब्बा बनाने में हमारे सहयोग की सार्थकता का दायित्व आप पर है I मुरब्बा बनाने की विभिन्न प्रक्रियाओं में, ये तरीका डुबते को तिनके के सहारे जैसा है I यदि आपके पास और कोई बनाने के तरीकों की जानकारी उपलब्ध है, तो कृपया अपनी जानकारी हमें प्रदान करें जिससे हम प्रकृति में जीवन एवं स्वावलंबन के लिए लोंगों की मदद कर सकें I