हिंग्वाष्टक चूर्ण बनाने की प्रक्रिया के बारे में जाने और अपने घरो में
हिंग्वाष्टक चूर्ण बनायें |
हिंग्वाष्टक चूर्ण का उपयोग :-
- जोड़ो के दर्द में प्रथम निवाले के साथ लेते हैं I
- पेट में वायु का जमा होना, खट्टी डकार, भूख कम लगना, अजीर्ण, अपच, दस्त में लाभ I
हिंग्वाष्टक चूर्ण बनाने की सामग्री :-
- सोंठ
- काली मिर्च
- पिप्पली
- अजवायन
- सेंधा नमक
- सफेद जीरा
- कला जीरा
- हींग
हिंग्वाष्टक चूर्ण बनाने का तरीका :-
- एक से 7 तक की औषधियाँ समान मात्रा में लेवें एवं हींग को किसी 1 द्रव्य का आठवाँ भाग लें I मतलब सभी चीजें 100 – 100 ग्राम ले रहे हैं तो हींग 15 ग्राम लेंगे I
- सभी औषधियों को मिक्सी में पीसकर कपड़े से छानकर पाउडर तैयार करें I
- तवे में थोड़ा सा घी डालकर हींग को ताल लें I तली हींग को बारीक पाउडर कर लें I घी ज्यादा न पड़ने पावे, यह ध्यान रखें I
- फिर सभी पाउडरों को मिलाकर शीशी में रख लें I
विशेष :- विशेष लाभ हेतु हींग 50 ग्राम लेने पर अधिक गुणकारी होता है I
मात्रा :- 3 से 5 ग्राम तक गरम जल से भोजन के बाद लेवें I