यदि आप अपने स्वस्थ के प्रति सजग हैं तो अश्वगंधा पाक बनाना बहुत ही लाभकारी होगा I मनुष्य में बिमारियों के पनपने का एक कारण शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी भी है, खास कर बच्चे एवं वृद्ध में स्वस्थ शरीर के लिए, पौष्टिक तत्वों की बहुत आवयश्कता होती हैI अश्वगंधा पाक किसी भी आयुवर्ग के व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है I धातु क्षीणता, कमजोरी, खून की कमी, रजो दोष एवं बुढ़ापे में आने वाला रोगों के लिए अश्वगंधा पाक बहुत ही उपयोगी होता है I
अश्वगंधा पाक बनाने की सामग्री :-
- अश्वगंधा – 50 ग्राम
- दूध – 750 ग्राम
- शक्कर – 750 ग्राम
- दालचीनी – 2 ग्राम
- तेजपत्र – 2 ग्राम
- नागकेशर – 2 ग्राम
- इलायची – 5 ग्राम
- जायफल – 1 ग्राम
- गोक्षरु बीज – 1 ग्राम
- जावित्री – 2 ग्राम
- वंशलोचन – 2 ग्राम
- जटामासी – 1 ग्राम
- पिपलामूल – 1 ग्राम
- लौंग – 2 ग्राम
- कत्था – 1 ग्राम
- सिंघाड़ा गिरी या आटा – 1 ग्राम
- कौंच गिरी – 2 से 10 ग्राम
- अखरोट – 2 से 10 ग्राम
- पिस्ता – 2 से 10 ग्राम
- काजू – 2 से 10 ग्राम
- बादान – 2 से 10 ग्राम
- चिरौंजी – 2 से 10 ग्राम
अश्वगंधा पाक बनाने की विधि :-
- सर्वप्रथम दूध लेकर उबालकर गुनगुना रहने पर उसमें कपड़े से छना अस्रव्गंधा घोल दें I
- 4 से लेकर 17 तक की औषधियों को बारीक पाउडर कर कपड़छन कर लें I
- दूसरे दिन अस्रव्गंधा घुले दूध का मंदी आँच में खोवा तैयार करें I (ध्यान रहे खोवा तैयार होने के बाद काफी मात्रा में घी छोड़ देगा | )
- घी छोड़े खोवे में 25 ग्राम घी डालकर और भूनें, जिसमे दानेदार खोवा तैयार हो जाएगा I
- 750 ग्राम शक्कर में 200 ग्राम पानी डालकर चासनी तैयार करें I
- 3 तार की चासनी आने पर उसमें क्खोवा दल दें एवं आँच बिल्कुल धीमी कर दें तथा खोवा को खूब घोंटें, जिसमें खोवे की गुठली टूट जाय |
- जब गुठली टूट जाय तब उसमें 4 से 17 तक की औषधियों को डालकर मिला दें I
- 18 से 22 तक के ड्राईफ्रूट के टूकड़े कर लें एवं इन्हें भी चासनी में मिला दें I
- चासनी को क्रमश: कड़ी करते जाएँ और यह जब चम्मच में इकट्ठी होने लगे एवं चम्मच में चिपके नहीं याने लड्डू सा बनने लगे तब इसमें 40 ग्राम गरम घी दाल दें एवं उतार लें I एक थाली में घी लगाकर रखें I
- पाक को उतारते ही थाली में डालकर तेजी से थाली में फैलाएँ (अगर जरा भी देर करेंगे तो जम जाएगा I)
- 4 मिनट बाद इसमें लाइन खींच दें, फिर 15 मिनट बाद चाकू से पीस काट दें I
विशेष बनाने हेतु
- केशर – 2 ग्राम
- अभ्रक भस्म – 2 ग्राम
- बंग भस्म – 2 ग्राम
- लौह भस्म – 2 ग्राम
- प्रवाल भस्म – 2 ग्राम
पहले केशर को बारीक करें फिर क्रमश: भस्म मिलाते जाएँ और घोलते जाएँ I जब सभी मिल जाय तब इसे 4 से 17 तक की औषधियों की पाउडर में मिला लें I फिर सभी को मिलाकर चासनी में डालें I
अश्वगंधा पाक बनाने में सावधानी एवं सुचना :-
- रस भस्में अच्छी कम्पनियों की ही लेवें I
- इसे खान के बाद हल्का सा कड़वापन लगता है अतः इसके ऊपर दूध पानी चाहिए I