बड़ी सब्जी के रूप में प्रोयोग किया जाने वाला ऐसा सामान है, जो हमारे घर के रसोई में आसानी से उपलब्ध होता हैं I हमारी परंपरागत भोजन पद्धति में जिस-जिस वस्तुओं का समावेश है, वे सभी हमारे पूर्वजों के प्रकृति से तालमेल एवं अनुभव की खोज हैं I
बड़ी का हमारे भोजन में प्रमुख स्थान बन गया है I सभी मौसम में इसे घरों में आसानी से उपलब्ध सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है, क्योकि इसे बिना किसी कठिनाई के लम्बे समय तक संग्रह किया जा सकता है I ग्रामीण स्तर पर इसे महिलाओं के स्वावलंबन का आधार बनाया जा सकता है I इसका बनाना सरल है, पूंजी की भी ज्यादा आवश्कता नहीं है I गाँव, शहरों सभी घरों में इसका इस्तेमाल होता है I आप बड़ी बनाने की विधि को जानकर आसानी से बड़ी का निर्माण कर उपयोग कर सकते हैं I बड़ी बनाने की विधि से गृह उद्योग की स्थापना कर सकते हैं I
बड़ी मुख्यतः उड़द, मुंग, सोयाबीन, चना, आलू से बनायी जाती है I मिक्स बड़ियाँ भी बनायी जाती है I घरेलू स्तर पर खाली समय में महिलाएँ अपनी घरेलू आवश्कता की पूर्ति के साथ बिक्री हेतु भी गृह उधोग के रूप में इसे अपना सकती है I यहाँ निचे पाचक दर्षी से उपयोगी बड़ी की निर्माण विधि दी जा रही है I इसके आधार और अन्य बड़ियाँ भी बनायी जा सकती है I
बड़ी बनाने की सामग्री :–
- मुंग (छिलके वाली) – 1 किलोग्राम
- सब्जी – 1 कि.ग्रा.
- हरी मिर्च – 100 ग्रा. या 10 ग्राम काली मिर्च अथवा 50 ग्राम लाल मिर्च
- अदरख – 100 ग्राम
- जीरा – 20 ग्राम
- नमक – 40 ग्राम
- हींग – 5 ग्राम
बड़ी बनाने की विधि :–
- मुंग को साफकर 8 घंटे भिगोकर उसे सिलबट्टा अथवा मिक्सी से बारीक पीसकर पिट्टी बना लें I
- सब्जी अच्छी तरह धोकर बारीक काट लें या कद्दूकस पर कस लें I हरी मिर्च, अदरख को भी बारीक काटकर पीसकर पेस्ट बना लें I
- नमक, हींग व जीरा तीनों को मिलाकर पीसकर बारीक पाउडर बना लें I
- उपरोत्त सभी सामग्री को एक साथ अच्छी तरह फेंटें I इसके पश्चात् किसी प्लास्टिक सीट अथवा चौड़े बर्तन में गोल – गोल बड़ी बना लें तथा धूप में अच्छी तरह सुखा लें I सुखाते समय किसी कपड़े से ढकें ताकि मक्खियाँ न बैठे I
- इच्छानुसार संग्रहण पैकिंग करें I
नोट :–
- हरी सब्जियों में मैथी, पालक, चौलाई, बथुआ, आदि ली जा सकती है | लौकी, पत्तागोभी, गाँठ गोभी, छिला हुआ कच्चा पपीता, सेम, सहजन, जैसी सब्जी भी प्रयोग की जा सकती है | यदि सब्जी के कसने में पानी अधिक निकलता है तो उसका उपयोग अलग से करें अन्यथा बड़ी का मसाला पतला हो जाएगा |
- बड़ी को अधिक चटपटी बनाने के लिए अन्य मसाले भी इच्छानुसार डाले जा सकते हैं |
कृपया ध्यान दें:–
हम सभी प्रकृति की संतान हैं जिसे प्रकृति की विशेष कृपा प्राप्त है I आज हमारे समाज में पनप रहे गृह उद्योग की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर हम सभी को थोड़े से ही-सही परंतु गृह उद्योग की स्थापना कर लेनी चाहिए I जैसे आज यदि आप अपने घर में उपरोक्त बड़ी बनाने की विधि से, बड़ी का निर्माण कर लिया है तो विषम परिस्थिति में जब आप घर से बाहर नहीं निकल सकते आप के बच्चे सुखी रोटी नहीं खायेंगे I उसी प्रकार आपके जीवन में गृह-उद्योग भी मदद करेगा I