घरेलु तरीके से आँख का तेल बनायें एवं आप इनके उपयोग से स्वास्थ्य रहें
आंख के तेल के उपयोग :-
आँखों की लाली, जलन, आँखों के कारण सिर दर्द, तनाव, कच्चा मोतियाबिन्द, रात्रि को कम दिखना, जाला, आँखों में खुजली होना, आँखों में पानी आना आदि रोगों में लाभकारी है I मोतियाबिन्द कच्ची स्थिति में नष्ट हो जाता है I
पढ़ने – लिखने या आँखों से अधिक कम करने वालों को रात्री को सोते समय नित्य एक – एक बूंद डालने से नेत्रों की ज्योति सुरक्षित रहती हैं I
रोजाना उपयोग करने से नेत्र रक्षा होती है I आयुर्वेद के “भैषज्य रत्नावली” ग्रन्थ का नेत्ररोगाधिकार का परीक्षित योग है I ड्रोपर से एक – एक बूंद आँख में डालें I
आंख के तेल बनाने कीसामग्री :-
- गोबर का रस – 100 से 200 मि.लीटर
- काली तिल्ली का तेल – 100 मि.लीटर
आंख के तेल बनाने की विधि :-
गोबर का रस और तिल्ली का तेल दोनों को स्टील की भगोनी में या एल्युमिनियम की कढ़ाई में मिलकर मंद – मंद आंच पर पकावें I जब गोबर का रस जल जाए केवल तेल बच जाय, तो साफ कपड़े से छान लें, तत्पश्चात शीशियों में भरें I
नोट :- आँख का तेल बनाने के लिए गोबर में कपड़ा दबाकर विधि द्वारा निकले गए गोबर रस का ही प्रयोग करें I