आप इस दिय हुए खुश्क (सुखा) मुरब्बा बनाने की विधि के बारे में जाने
- फल की तैयारी – सुखा मुरब्बा बनाने के लिए फल की तैयारी जैसे – छिलना, गोदना, नमक, चुना के पानी से उपचारित करना पड़ता है तथा फलों को उबालकर मुलायम करना आदि भी तर मुरब्बे की तरह ही है |
- चीनी मिलाना – तर मुरब्बों की तरह फलों को उबालकर मुलायम कर लेने के बाद इन्हें तुरंत चीनी को तहों के बीच रखा जाता है |प्रतिकिलो ग्राम फलों के लिए डेढ़ किलो ग्राम चीनी मिलाई जाती है | फलों को चीनी की तहों के बीच रखकर 24 घंटे के लिए छोड़ देते हैं |
दुसरे दिन फलों को चीनी के घोल से निकालकर चासनी को एक बार उबाल आने तक पका लेते हैं | चासनी में प्रति किलो चीनी पर ग्राम साइट्रिक एसिड भी मिलाया जाता है | इसके बाद चासनी को कपड़े से छान लिया जाता है | फलों को गरम चासनी में डालकर फिर 24 घंटों के लिए छोड़ देते हैं | तीसरे दिन फिर वही क्रिया दुहराई जाती है | फिर चासनी को इतना पका लेते हैं कि उसमें चीनी की मात्रा 70 से 80 प्रतिशत हो जाय | ऐसी अवस्था में फलों को गरम चासनी में डाल देते हैं | एक सप्ताह बाद चासनी में चीनी की जाँच कर लेनी चाहिए क्योंकि इस अवधि में परासरण की क्रिया से चासनी में चीनी की मात्रा 75 प्रतिशत से कम होने की संभावना रहती है | ऐसी स्थिति में चासनी को पकाकर फिर गाढ़ा कर लेना चाहिए | फलों को 10 – 12 दिन तक चासनी में पड़े रहने दें |
- फलों को चासनी से निकालकर सुखाना – सुखा मुरब्बा बनाने के लिए चासनी को 10 – 15 मिनट तक गरम कर लेना चाहिए | फिर फलों को निकालकर तार की जाली या छलनी में रखकर निथारने के लिए रख दीजिए | जब ये अच्छी तरह निथर जाय तो इन्हें थाली या ट्रे में फैलाकर कमरे के तापमान पर सुखा लें | अब इनसे कैंडी, कृस्टलीकृत तथा धवलीकृत बना लीजिए |